‘गुजरात बंद’ के ऐलान के बीच मेहसाणा से धारा 144 हटी, सीएम ने की अपील

मेहसाणा।

गुजरात के मेहसाणा में पाटीदार आंदोलन में हिंसा भड़कने के बाद लगाया गया कर्फ्यू सोमवार को हटा लिया गया। हालांकि, सूरत और मेहसाणा में धारा 144 अभी तक लागू थी लेकिन बाद में इसे भी हटा लिया गया। वहीं, दूसरी ओर राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि गुजरात में पाटीदार आंदोलन ने फिर हिंसक रूप ले लिया है। जिसके चलते रविवार को मेहसाणा में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

इंटरनेट सेवाएं बंद

पाटीदार समाज ने आरक्षण की मांग और हार्दिक पटेल की रिहाई को लेकर सोमवार को गुजरात बंद बुलाया है। इसे देखते हुए  मेहसाणा, सूरत, अहमदाबाद,  राजकोट, वडोदरा और साबरकांठा में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

रविवार को शुरू हुई हिंसा

रविवार को जेल भरो अंदोलन के दौरान मेहसाणा में हिंसा हुई। शहर में हजारों के संख्या में लोग पहुंचे थे। इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें सरदार पटेल ग्रुप के प्रेसिडेंट लालजी पटेल घायल हो गए। इसके बाद हिंसा भड़क गई और शहर के बाजार बंद कर दिए गए। पुलिस ने मामले में 500 लोगों को डिटेन किया है और प्रशासन ने मेहसाणा में कर्फ्यू लगाते हुए मोबाइल और इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है। पाटीदार समाज ने सोमवार को गुजरात बंद का आह्वान किया है।

मंत्री के दफ्तर पर भी हमला

गुस्साई भीड़ ने मेहसाणा स्थित मंत्री नितिन पटेल के ऑफिस पर भी हमला कर दिया और जमकर तोडफ़ोड़ मचाई। वहीं, विसनगर में भी पाटीदारों ने चार सरकारी बसों में तोडफ़ोड़ के बाद एक बस में आग लगा दी है।

एटीएम, पुलिस वाहनों में लगाई आग

भीड़ ने एक एटीएम सेंटर, चार पुलिस वाहनों में तोडफ़ोड़ की और तीन से चार दुपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हालात को काबू में लेने के लिए पुलिस को पानी की बौछार छोडऩी पड़ी, लाठीचार्ज करना पड़ा और साथ ही आंसू गैस के करीब 80 गोले भी छोडऩे पड़े। इस घटना के बाद गांधीनगर से अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजा गया है।

400 पाटीदार हिरासत में

उधर, सूरत के पाटीदार बहुल वराछा इलाके में भी बड़ी संख्या में जेलभरो आंदोलन के लिए एकजुट हुए पाटीदारों ने वराछा पुलिस स्टेशन को घेर लिया। कईयों ने पुलिसकर्मियों पर चूडिय़ां फेंकीं, जिसके कुछ ही देर बाद पाटीदार और पुलिस आमने-सामने आ गए। बेकाबू हुई भीड़ को काबू में लेने के लिए यहां भी पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े। पुलिस ने कार्रवाई कर करीब चार सौ पाटीदारों को हिरासत में लिया है।

होते रहते हैं ऐसे आंदोलन

उग्र होते पाटीदार आंदोलन पर गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने कहा कि ऐसे आंदोलन होते रहते हैं। सरकार का काम है जनता की सेवा करना और हम उसी पर फोकस कर रहे हैं। मैं लोगों से शांत रहने की अपील करती हूं। हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है।