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यहां बच्चे मिलते हैं किराए पर चाहो तो ले लो…देना पड़ेगा 3 से 4 हजार महीना

बांसवाड़ा.

आप ने मोटर, घर, कपड़े आदि सामानों को तो किराए पर लिया होगा य अपने आस-पास लोगों को लेते हुए देखा होगा। लेकिन कोई कहे की बच्चे किराए पर मिलते हैं तो जानकार आश्चर्य होगा। लेकिन यह सत्य है। इन दिनों बांसवाड़ा में बच्चों को किराए पर देने का बाजार गर्म है। किराए पर देने की कीमत है 3 से 4 हजार रुपए महीना वो भी एडवांस।

अपनी भेड़-बकरियों की देखभाल के काम के लिए गडरिये आदिवासी बच्चे हथियाने के लिए उनके माता पिता को बीस से पच्चीस हजार रुपए अग्रिम तक देने की पेशकश कर रहे हैं। बच्चों के सौदे के लिए कुछ गडरिये इलाके में डेरा डाले हुए हैं। गडरियों के पास बच्चों को गिरवी रखने के इस खेल का खुलासा किया पत्रिका टीम ने। टीम ने स्टिंग किया तो यह हकीकत सामने आई। इसमें कड़वी सच्चाई यह मिली कि गडरियों के पास रहते यदि किसी बच्चे के साथ कोई अनहोनी हो जाए तो फिर उसकी कीमत कुछ भी नहीं।

उदयपुर मार्ग पर दो गडरियों से बातचीत

भेड़ चराने के लिए बच्चे की जरूरत है क्या?

गडरिया- हां जरूरत तो है। कोई बच्चा आपके ध्यान में है तो बताओ।

बच्चे इस समय आपके पास है क्या?

गडरिया- डेरों में कई बच्चे यहां के हैं।

आप क्या राशि दोगे?

गडरिया- मां-बाप की जुबान और बच्चे के कामकाज की क्षमता पर ही दाम तय होता है। एडवांस भी 20 से 25 हजार देते हैं।

छोटी सरवन-दानपुर क्षेत्र के बच्चे हैं?

वहां के बच्चे तो भाग जाते हैं। यह भी एक समस्या है।

नहीं भागेंगे बच्चे, आप कहो तो भेजें, नंबर भी दे दो।

गडरिया- ठीक है। लिखापढ़ी भी कर देंगे। आप बता देना। इसके बाद उसने नंबर नोट कराए…।

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