दुष्कर्म के बाद व्यवस्था ने बढ़ाया दर्द, मेडिकल के लिए 7 घंटे इंतजार

पल्लू। चैत्र नवरात्र की अष्टमी पर गुरुवार को जब घर-घर बालिकाओं का कंजक रूप में पूजन हो रहा था तब क्षेत्र के गांव धानसिया में दुष्कर्म की शिकार एक फूल सी बच्ची दर्द से कराह रही थी। पूरा गांव दुष्कर्मी को कोस रहा था।

बच्ची की हालत ऐसी कि देखी नहीं जाए। इस स्थिति के बावजूद इस बच्ची का दर्द लचर व्यवस्था ने और बढ़ा दिया। रावतसर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डेढ़ घंटे इंतजार के बाद भी उसका मेडिकल नहीं हुआ।

वहां के डॉक्टरों ने उसे हनुमानगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। हनुमानगढ़ में रात साढ़े सात बजे मासूम का मेडिकल मुआयना हुआ।

तीन साल की मुनिया (परिवर्तित नाम) बुधवार दोपहर अपने घर के आगे खेल रही थी। उसी समय हाकम अली मिरासी वहां आया और टॉफी का लालच देकर मुनिया को अपने साथ गांव से चिपते वन क्षेत्र में ले गया। वहां उसने वहशीपन की हदें पार करते हुए फूल सी बच्ची को नोच डाला। मुनिया शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनों ने गांव वालों के साथ उसकी तलाश शुरू की। रात ग्यारह बजे बच्ची गांव के बाहर रोती हुई मिली।